tag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post6183048516184332429..comments2023-10-21T08:28:12.540-07:00Comments on humsafar: कृष्ण लीला ……भाग 10vandana guptahttp://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-79738181719045871362011-09-02T19:58:13.479-07:002011-09-02T19:58:13.479-07:00बहुत सुन्दर एवं भावपूर्ण कविता ! बेहतरीन प्रस्तु...बहुत सुन्दर एवं भावपूर्ण कविता ! बेहतरीन प्रस्तुती!<br>आपको एवं आपके परिवार को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनायें!<br>मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-<br>http://seawave-babli.blogspot.com/<br>http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/Bablihttp://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-37668854833821528562011-09-02T10:35:40.277-07:002011-09-02T10:35:40.277-07:00वंदना जी , बहुत सरल और सरस प्रसंग श्रृंखला है , हम...वंदना जी , बहुत सरल और सरस प्रसंग श्रृंखला है , हम साथ-साथ चल रहे हैं.Sapna Nigam ( mitanigoth.blogspot.com )http://www.blogger.com/profile/00012875891407319363noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-11465564621605087272011-09-01T23:44:06.844-07:002011-09-01T23:44:06.844-07:00बहुत सुन्दर और रोचक लीला है...बहुत सुन्दर और रोचक लीला है...डॉ. हरदीप कौर सन्धुhttp://www.blogger.com/profile/09078423307831456810noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-32101883117592459242011-09-01T03:14:07.827-07:002011-09-01T03:14:07.827-07:00वंदना जी आपने कृष्ण लीला, भगवानमय होकर लिखी है। आ...वंदना जी <br>आपने कृष्ण लीला, भगवानमय होकर लिखी है। आप भाग्यशाली हैं।<br>बहुत- बहुत धन्यवाद। पढ़ कर सुख मिल रहा है।vinay bihari singhhttp://www.blogger.com/profile/08160854592562131489noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-26985525059512509372011-09-01T03:13:55.989-07:002011-09-01T03:13:55.989-07:00वंदना जी आपने कृष्ण लीला, भगवानमय होकर लिखी है। आ...वंदना जी <br>आपने कृष्ण लीला, भगवानमय होकर लिखी है। आप भाग्यशाली हैं।<br>बहुत- बहुत धन्यवाद। पढ़ कर सुख मिल रहा है।vinay bihari singhhttp://www.blogger.com/profile/08160854592562131489noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-18545466149783765852011-08-31T01:41:13.514-07:002011-08-31T01:41:13.514-07:00यह प्रयास सराहनीय और संग्रहणीय है.सरलतम शब्दों ने ...यह प्रयास सराहनीय और संग्रहणीय है.<br><br>सरलतम शब्दों ने इसे और भी अधिक रुचिकर बना दिया है.अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)http://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-22815007469826600492011-08-30T19:37:17.300-07:002011-08-30T19:37:17.300-07:00बहुत सुन्दर रचना।--भाईचारे के मुकद्दस त्यौहार पर स...बहुत सुन्दर रचना।<br>--<br>भाईचारे के मुकद्दस त्यौहार पर सभी देशवासियों को ईद की दिली मुबारकवाद।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण)http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-8737567699647478032011-08-30T11:57:07.512-07:002011-08-30T11:57:07.512-07:00रोचक कृष्ण लीला वर्णनरोचक कृष्ण लीला वर्णनसंगीता स्वरुप ( गीत )http://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-20272993692278269722011-08-30T09:27:59.541-07:002011-08-30T09:27:59.541-07:00ओम् शांति! शान्ति! शान्ति!परम शान्ति का अनुभव करा ...ओम् शांति! शान्ति! शान्ति!<br><br>परम शान्ति का अनुभव करा रहीं है आप वंदना जी.<br><br><br>आपका सद् प्रयास प्रसंसनीय व वन्दनीय है.Rakesh Kumarhttp://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-37904205075118698712011-08-30T08:30:52.030-07:002011-08-30T08:30:52.030-07:00बेहतरीन!!बेहतरीन!!Udan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-61255819447814368962011-08-30T01:56:32.481-07:002011-08-30T01:56:32.481-07:00बहुत सुन्दर और रोचक भक्तिमय प्रस्तुति..बहुत सुन्दर और रोचक भक्तिमय प्रस्तुति..Kailash C Sharmahttp://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-48889082423316562932011-08-30T01:41:29.459-07:002011-08-30T01:41:29.459-07:00धूरि भरे अति शोभित श्याम जू, तैसी बनी सिर सुंदर चो...धूरि भरे अति शोभित श्याम जू, तैसी बनी सिर सुंदर चोटी।<br>खेलत खात फिरैं अँगना, पग पैंजनिया कटि पीरि कछौटी॥<br>वा छवि को रसखान बिलोकत, वारत काम कलानिधि कोटी।<br>काग के भाग बड़े सजनी, हरि हाथ सों ले गयो माखन रोटी॥.... कुछ ऐसे ही मोहक दृश्य हैंरश्मि प्रभा...http://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-2514064077926621702011-08-30T01:37:39.870-07:002011-08-30T01:37:39.870-07:00कान्हा की सुन्दर बाल लीला।कान्हा की सुन्दर बाल लीला।प्रवीण पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-91248782182112328562011-08-30T00:13:01.443-07:002011-08-30T00:13:01.443-07:00बहुत बहुत बहुत सुन्दर लीला है | :)बहुत बहुत बहुत सुन्दर लीला है | :)shilpa mehtahttp://www.blogger.com/profile/15896384669491336019noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-87343956400329034572011-08-29T23:27:25.687-07:002011-08-29T23:27:25.687-07:00रोचक और आनंददायक .प्रसंग ...रोचक और आनंददायक .प्रसंग ...रेखाhttp://www.blogger.com/profile/14478066438617658073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2301159849171674866.post-78764834057969937142011-08-29T23:09:05.132-07:002011-08-29T23:09:05.132-07:00कृष्णमय करती कविता...बहुत सुन्दर...कृष्णमय करती कविता...बहुत सुन्दर...अरुण चन्द्र रॉयhttp://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.com