Sunday, September 23, 2012

राधे राधे तेरे दर्शन को हम हैं प्यासे

 
 
राधे राधे तेरे दर्शन को हम हैं प्यासे
जल्दी आ मन उपवन मे ………नैना भये उदासे
साथ मे मोहन को भी लाना
हिल मिल फिर बंसी बजाना
करो कलोल मिल बांके
राधे राधे तेरे दर्शन को हम हैं प्यासे



मेरे मन मधुबन मे डेरा लगाना
श्याम के संग रास रचाना
मुझे भी अपनी सखी बनाना
मधुर रस बरसा के
राधे राधे तेरे दर्शन को हम हैं प्यासे



अव्यक्त को व्यक्त कर जाना
मुझे भी अपना दरस कराना
प्रेम रस ज़रा छलकाना
प्रेम सुधा के हम प्यासे
राधे राधे तेरे दर्शन को हम हैं प्यासे





No comments:

Post a Comment